नज़ीर हुसैन वाक्य
उच्चारण: [ nejeir husain ]
उदाहरण वाक्य
- फ़िल्म के मुख्य कलाकार थे संजीव कुमार, हेमा मालिनी, योगिता बाली, ओम शिवपुरी, नज़ीर हुसैन प्रमुख।
- शम्मी कपूर, शर्मीला टैगोर और नज़ीर हुसैन अभिनीत इस फ़िल्म के गीत लिखे थे एस. एच. बिहारी साहब ने।
- कुछ सालों बाद जब चरित्र अभिनेता नज़ीर हुसैन, सुजीत कुमार और कुछ दूसरे कलाकारों ने भोजपूरी फ़िल्मों के निर्माण की गति को तेज़ किया तो मोती बीए फिर याद किये गए।
- उस नज़ीर हुसैन ने ऊपरवाले का शुक्रिया अदा करने से ही बाज नहीं आना था।” “हाँ, तुम मुझे झटकाई बनाकर ही खूब खुश किए जाओ।” अजमेर का मूड ज़रा-सा बदला पर फिर सख्त हो गया।
- फ़िल्म में बड़े हीरो हीरोईन नहीं, पर उस समय के जाने माने बहुत से अभिनेता अभिनेत्रियाँ हैं जिनमें मोतीलाल, नज़ीर हुसैन, लीला चिटनिस, जयंत, कन्हैयालाल, असित सेन जैसे लोग हैं.
- इसमें खासतौर पर हिन्दी फिल्मों के एक्टर एवं आजाद हिन्द फौज के जांबाज़ सिपाही रहे नज़ीर हुसैन जो भोजपुरी फिल्मों के जनक भी थे जिनकी बेटी की शादी का कार्ड भी है चूंकि उनकी बेटी मेरी भाभी लगती हैं जो हमारे एलबम की धरोहर है।
- भोजपुरी फिल्मों को दिशा देने वाले महान अभिनेता नज़ीर हुसैन किसी परिचय के मोहताज़ नहीं, मगर बताना आवश्यक है कि फिल्मों में जाने के पूर्व उसिया के उस नौजवान ने सुभाषचंद्र बोस की ‘ आज़ाद हिन्द फौज़ ' में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
- भोजपुरी फिल्मों को दिशा देने वाले महान अभिनेता नज़ीर हुसैन किसी परिचय के मोहताज़ नहीं, मगर बताना आवश्यक है कि फिल्मों में जाने के पूर्व उसिया के उस नौजवान ने सुभाषचंद्र बोस की ‘ आज़ाद हिन्द फौज़ ' में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
- रंगीन फ़िल्म, बर्फ़ के सुन्दर नज़ारे, राजेन्द्र कुमार की स्कीइंग और त्याग, फ़िरोज़ खान की दोस्ती, साधना का रोना और अपना पाँव काटने की कोशिश करना, नाज़िमा की चीखें, नज़ीर हुसैन का रोते हुए कहना “ बेटी, अपने खानदान की इज़्ज़त अब तुम्हारे हाथ में है ”
- रंगीन फ़िल्म, बर्फ़ के सुन्दर नज़ारे, राजेन्द्र कुमार की स्कीइंग और त्याग, फ़िरोज़ खान की दोस्ती, साधना का रोना और अपना पाँव काटने की कोशिश करना, नाज़िमा की चीखें, नज़ीर हुसैन का रोते हुए कहना “बेटी, अपने खानदान की इज़्ज़त अब तुम्हारे हाथ में है”, वाह! फ़िल्म की कहानी, डायलाग, गाने सब कुछ बहुत अच्छा लगा था.
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